नाम
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आदिनाथ
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पिता का नाम
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नाभिराय
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माता का नाम
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मरूदेवी
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कुल
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इक्ष्वाकु वंश
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गर्भ कल्याण
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स्थान
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अयोध्या
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तिथी
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आषाढ़ बदी २
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नक्षत्र
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रोहिणी
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जन्म कल्याण
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स्थान
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अयोध्या
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तिथी
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चेत्र बदी ६
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नक्षत्र
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उत्तराषाढ़
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राशी
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धनु
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चिन्ह (लक्षण)
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बैल
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वर्ण
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स्वर्ण
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शरीर की ऊंचाई
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५०० धनुष
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दीक्षा कल्याण
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वैराग्य का कारण
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नीलांजना की मृत्यु होना
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तिथी
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चेत्र बदी ६
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समय
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दोपहर बाद
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नक्षत्र
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उत्तराषाढ़
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पालकी
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सुदर्शन
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नगर
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अयोध्या
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वन
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सिद्धार्थ
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वृक्ष
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वटवृक्ष
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वृक्ष की ऊंचाई
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६००० धनुष
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कितने राजाओ ने संग दीक्षा ली
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४०००
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उपवास का नियम
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६ मास
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प्रथम आहार
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दीक्षा के कितने दिन बाद
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४०४
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स्थान
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हस्तिनापुरी
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आहार देने वाले राजा का नाम
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श्रेयांस
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आहार की वस्तु
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गन्ने का रस
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केवलज्ञान से पूर्व उपवास
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८
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तपस्या काल
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१ लाख पूर्व
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केवलज्ञान कल्याण
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तिथी
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फाल्गुन बदी ११
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समय
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प्रातः काल
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नक्षत्र
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उत्तराषाढ़
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स्थान
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पुरियाताल पूरी
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वन
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शकरावन
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वृक्ष
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वटवृक्ष
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समवशरण
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विस्तार (योजन में)
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१२
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विस्तार (कोस में)
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४८
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कुल गणधर
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८४
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मुख्य गणधर
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वृषभसेन
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मुख्य आर्यिका
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ब्राम्हीजी
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मुख्य श्रोता
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भरत चक्रवती
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मुख्य यक्ष
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गोमुख (गोवदन)
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मुख्य यक्षिणी
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चक्रेश्वरी
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मोक्ष कल्याण
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तिथी
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माघ बदी १४
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समय
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सूर्योदय
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स्थान
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कैलाश गिरी
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विशिष्ठ स्थान
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नक्षत्र
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उत्तराषाढ़
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आसन
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पद्मासन
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साथ में मुनि मोक्ष गए
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१००००
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विवाह
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विवाहित
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मुख्य पुत्र
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भरत,बाहुबली
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संघपति
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सोमप्रभ
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कुमार काल
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२० लाख पूर्व
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छद्मस्त काल
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१००० वर्ष
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आयु
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८४ लाख पूर्व
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प्रभु के काल में शलाका पुरुष
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चक्रवर्ती
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श्री भरत
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बलभद्र
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कोई नहीं
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नारायण
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कोई नहीं
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कामदेव
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श्री बाहुबली
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प्रतिनारायण
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कोई नहीं
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नारद
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कोई नहीं
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रूद्र
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भीमावली
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विशेष पद
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मांडलिक राजा
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Thursday, 21 January 2016
adinath jeevan parichay
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भगवान आदिनाथ कोन से स्वर्ग से च्युत होकर गर्भ में आए थे,
ReplyDeleteसर्वार्थ सिद्धि स्वर्ग से च्युत होकर आये थे
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